गोपुरम

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मदुरई में एक गोपुरम

गोपुरम या गोपुर (जिसे विमानम भी कहते हैं) प्रायः शिल्प से सज्जित एक स्मारकीय अट्टालिका होती है जो प्रायः दक्षिण भारत के मन्दिरों के द्वार पर स्थित होता है। यह हिन्दु मन्दिरों के स्थापत्य का प्रमुख अंग है।[1] ्यह ऊपर किरीट कलश से शोभायमान होता है। यह मन्दिरों की चारदीवारी में बने द्वार का काम देते हैं।[2]

गोपुरमों का इतिहार आरम्भिक पल्लव वंश के निर्माणों एवं बारहवीं शताब्दी के ाण्ड्य राजवंशओं द्वारा बनवाए गए प्रधान अंगों में जाता है। इनसे मन्दिर के अंदरूनी भाग ढंक जाते हैं, क्योंकि ये प्रायः मुख्य मन्दिर से काफ़ी बडे़ होते हैं।[3] It also dominated the inner sanctum in amount of ornamentation. Often a shrine has more than one gopuram.[4]

स्थापत्य अंग[संपादित करें]

चेन्नई के एक गोपुरम का दृश्य

गोपुरम अधिकतर आयताकार होते हैं, जिनके भूमि तल पर विराट काष्ठ द्वार होते हैं, जो अंदर का मार्ग प्रशस्त करते हैं, एवं खूब अलंकृत होते हैं। ऊपर का गोपुरम कई तलों में बंटा होता है, एवं ऊपर जाते जाते तंग होता जाता है। इसके सबसे ऊपर प्रायः ढोलक आकार का शिखर होता है, एवं उसके ऊपर विषम संख्या में कलश शोभा पाते हैं।[3]

गोपुरमों को शिल्प एवं चित्रकारी से अत्यधिक सजाया जाता है। यह सम हिन्दु पौराणिक चरित्र ही होते हैं। मुख्यतः वे, जो कि मन्दिर के प्रधान देवता से सम्बन्धित होते हैं।


उदाहरण[संपादित करें]

श्रीरंगम के श्री रंगनाथस्वामी मंदिर का गोपुरम दक्षिण भारत का सबसे ऊँचा गोपुरम है। इस गोपुरम को "राजगोपुरम" कहते हैं। यह १९६ फुट ऊँचा है ११ मंजिलों से बना है जो क्रमशः छोटे होते चले जाते हैं। इस गोपुरम के आधार का क्षेत्रफल 32500 वफ फुट है।

श्रीविल्लिपुत्तुर स्थित श्री अंदाल मन्दिर का गोपुरम तमिलनाडु का दूसरा सबसे बड़ा गोपुरम है। इसकी ऊँचाई ६० मीटर है तथा यह १३ मंजिलों वाला है। यह गोपुरम, तमिलनाडु सरकार के राज्य-प्रतीक का भाग है।

देखें[संपादित करें]

पादटिप्पणी[संपादित करें]

  1. Ching, Francis D.K.; एवं अन्य (2007). ए ग्लोबल हिस्ट्री ऑफ़ आर्किटैक्चर. New York: John Wiley and Sons. पपृ॰ p. 762. ISBN 0-471-82451-3. Explicit use of et al. in: |last= (मदद)सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)
  2. Ching, Francis D.K. (1995). A Visual Dictionary of Architecture. New York: John Wiley and Sons. पपृ॰ p. 253. ISBN 0-471-82451-3.सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)
  3. Mitchell, George (1988). द हिन्दू Tempe. Chicago: University of Chicago Press. पपृ॰ p. 151–153. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0-266-53230-5 |isbn= के मान की जाँच करें: checksum (मदद).सीएस1 रखरखाव: फालतू पाठ (link)
  4. "gopura". Encyclopedia Britannica. अभिगमन तिथि 2008-01-20.

बाहरी कडि़यां[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

[[Category:स्थापत्य अवयव]