अंबिका प्रसाद बाजपेयी

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अंबिका प्रसाद बाजपेयी का जन्म दिसम्बर मास में १८८० में कानपुर में हुआ। शिक्षा कानपुर में हुई। इन्होंने संस्कृत, उर्दू, अंग्रेजी तथा फारसी भाषाओं का अध्ययन किया। सन् १९०० ई. में आपने इंट्रेस परीक्षा पास की। कलकत्ता से प्रकाशित 'हिन्दी बंगवासी' तथा 'भारतमित्र' (१९११- १९१९) के आप संपादक रहे। १९२० से १९३० तक स्वतंत्र का संपादन किया। सन् १९०४ से १९१९ ई. तक व्याकरण का अध्ययन कर आपने 'हिन्दी कौमुदी' नामक पुस्तक लिखी। 'हिन्दी पर फारसी का प्रभाव' आपका प्रसिद्ध निबंध है। हिन्दी सेवा, संपादन कला तथा विद्वता से प्रभावित होकर 'हिन्दी साहित्य सम्मेलन' काशी ने आपको अपना सभापति बनाया। आप उत्तर प्रदेश विधान परिषद के मनोनीत सदस्य भी रहे।

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