कलमी शाक

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कलमी की पत्तियाँ और पुष्प

कलमी शाक (Ipomoea aquatica - ईपोमोएआ आक्वातीका) एक लता है जो अर्धजलीय उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उगती है। इसको पत्तेदार सब्जी के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसको 'करेमू', 'करमी', 'केरमुआ', 'नारी' और 'नाली' भी कहते हैं।

यह लता जल के ऊपर या नम भूमि पर पैदा होकर पसरती है। इसकी लता २-३ मीटर या इससे भी बहुत बड़ी होती है। तना खोखला होता है। तथा तने में ग्रंथियाँ होती हैं जहाँ से जड़ निकलकर नया पौधा भी बनता है । इसकी लता को तोड़-तोड़कर आर्द्र भूमि में गाड़ देने से या जल में फेंक देने से नवीन पौधा तैयार हो जाता है ।

अन्य भाषाओं में नाम[संपादित करें]

संस्कृत -- कलम्ब, शाकनाड़िका शतपर्वा, कलम्बी

मराठी -- नालीची भाजी, कलम्बी भाजी

बंगाली -- कोलमीशाक

लैटिन -- इपोमिया एक्वाटिका

Santali -- Kuṛmbi aṛaḱ

Bhojpuri -- Kerumi Bhaaji

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]