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*[https://www.punjabkesari.in/national/news/republic-day-90-minute-parade-will-show-22-tableaux-940019 गणतंत्र दिवस पर विशेष झांकियां] |
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गणतन्त्र दिवस | |
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शीर्ष बाएं से क्लॉकवाइज़: सी.आई.एस.एफ. के मार्च करते सैनिक (2017); कर्नाटक की झांकी (2010); एक C-17 ग्लोबमास्टर के साथ में 2 सुखोई Su-30 विमान (2018); टी-90 टैंक (2016); बी.एस.एफ. के साहसी सवार (2014); राजपथ के विहंगम दृश्य (2013)। | |
अनुयायी | भारत |
प्रकार | राष्ट्रीय अवकाश |
उत्सव | परेड, भाषण, विद्यालयों में मिठाइयों का वितरण एवम् सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि। |
आरम्भ | 26 जनवरी 1951 |
तिथि | २६ जनवरी |
आवृत्ति | वार्षिक |
गणतन्त्र दिवस भारत का एक राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन सन् 1950 को भारत सरकार अधिनियम (एक्ट) (1935) को हटाकर भारत का संविधान लागू किया गया था। एक स्वतंत्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे एक लोकतांत्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था। 26 जनवरी को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आई० एन० सी०) ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। यह भारत के तीन राष्ट्रीय अवकाशों में से एक है, अन्य दो स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती हैं।
इतिहास
सन् 1929 के दिसंबर में लाहौर में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का अधिवेशन पंडित जवाहरलाल नेहरू की अध्यक्षता में हुआ जिसमें प्रस्ताव पारित कर इस बात की घोषणा की गई कि यदि अंग्रेज सरकार 26 जनवरी 1930 तक भारत को स्वायत्तयोपनिवेश (डोमीनियन) का पद नहीं प्रदान करेगी, जिसके तहत भारत ब्रिटिश साम्राज्य में ही स्वशासित एकाई बन जाता, तो भारत अपने को पूर्णतः स्वतंत्र घोषित कर देगा। 26 जनवरी 1930 तक जब अंग्रेज सरकार ने कुछ नहीं किया तब कांग्रेस ने उस दिन भारत की पूर्ण स्वतंत्रता के निश्चय की घोषणा की और अपना सक्रिय आंदोलन आरंभ किया। उस दिन से 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त होने तक 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा। इसके पश्चात स्वतंत्रता प्राप्ति के वास्तविक दिन 15 अगस्त को भारत के स्वतंत्रता दिवस के रूप में स्वीकार किया गया। भारत के आज़ाद हो जाने के बाद संविधान सभा की घोषणा हुई और इसने अपना कार्य 9 दिसम्बर 1947 से आरम्भ कर दिया। संविधान सभा के सदस्य भारत के राज्यों की सभाओं के निर्वाचित सदस्यों के द्वारा चुने गए थे। डॉ० भीमराव आंबेडकर, जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना अबुल कलाम आजाद आदि इस सभा के प्रमुख सदस्य थे। संविधान निर्माण में कुल 22 समितीयां थी जिसमें प्रारूप समिति (ड्राफ्टींग कमेटी) सबसे प्रमुख एवं महत्त्वपूर्ण समिति थी और इस समिति का कार्य संपूर्ण ‘संविधान लिखना’ या ‘निर्माण करना’ था। प्रारूप समिति के अध्यक्ष विधिवेत्ता डॉ० भीमराव आंबेडकर थे। प्रारूप समिति ने और उसमें विशेष रूप से डॉ. आंबेडकर जी ने 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में भारतीय संविधान का निर्माण किया और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को 26 नवम्बर 1949 को भारत का संविधान सुपूर्द किया, इसलिए 26 नवम्बर दिवस को भारत में संविधान दिवस के रूप में प्रति वर्ष मनाया जाता है। संविधान सभा ने संविधान निर्माण के समय कुल 114 दिन बैठक की। इसकी बैठकों में प्रेस और जनता को भाग लेने की स्वतन्त्रता थी। अनेक सुधारों और बदलावों के बाद सभा के 308 सदस्यों ने 24 जनवरी 1950 को संविधान की दो हस्तलिखित कॉपियों पर हस्ताक्षर किये। इसके दो दिन बाद संविधान 26 जनवरी को यह देश भर में लागू हो गया। 26 जनवरी का महत्व बनाए रखने के लिए इसी दिन संविधान निर्मात्री सभा (कांस्टीट्यूएंट असेंबली) द्वारा स्वीकृत संविधान में भारत के गणतंत्र स्वरूप को मान्यता प्रदान की गई।
सन २०१९ मे, गुगल कंपनी ने इस अवसर पे अपने वेबसाईट के भारतीय आवृत्ती पर डुडल जाहीर कर दिया| [1]
गणतंत्र दिवस समारोह
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह पर भारत के राष्ट्रपति द्वारा भारतीय राष्ट्र ध्वज को फहराया जाता हैं और इसके बाद सामूहिक रूप में खड़े होकर राष्ट्रगान गाया जाता है। गणतंत्र दिवस को पूरे देश में विशेष रूप से भारत की राजधानी दिल्ली में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर के महत्व को चिह्नित करने के लिए हर साल एक भव्य परेड इंडिया गेट से राष्ट्रपति भवन (राष्ट्रपति के निवास) तक राजपथ पर राजधानी, नई दिल्ली में आयोजित किया जाता है। इस भव्य परेड में भारतीय सेना के विभिन्न रेजिमेंट, वायुसेना, नौसेना आदि सभी भाग लेते हैं। इस समारोह में भाग लेने के लिए देश के सभी हिस्सों से राष्ट्रीय कडेट कोर व विभिन्न विद्यालयों से बच्चे आते हैं, समारोह में भाग लेना एक सम्मान की बात होती है। परेड प्रारंभ करते हुए प्रधानमंत्री अमर जवान ज्योति (सैनिकों के लिए एक स्मारक) जो राजपथ के एक छोर पर इंडिया गेट पर स्थित है पर पुष्प माला डालते हैं| इसके बाद शहीद सैनिकों की स्मृति में दो मिनट मौन रखा जाता है। यह देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए लड़े युद्ध व स्वतंत्रता आंदोलन में देश के लिए बलिदान देने वाले शहीदों के बलिदान का एक स्मारक है। इसके बाद प्रधानमंत्री, अन्य व्यक्तियों के साथ राजपथ पर स्थित मंच तक आते हैं, राष्ट्रपति बाद में अवसर के मुख्य अतिथि के साथ आते हैं।
परेड में विभिन्न राज्यों की प्रदर्शनी भी होती हैं, प्रदर्शनी में हर राज्य के लोगों की विशेषता, उनके लोक गीत व कला का दृश्यचित्र प्रस्तुत किया जाता है। हर प्रदर्शिनी भारत की विविधता व सांस्कृतिक समृद्धि प्रदर्शित करती है। परेड और जुलूस राष्ट्रीय टेलीविजन पर प्रसारित होता है और देश के हर कोने में करोड़ों दर्शकों के द्वारा देखा जाता है। 2014 में, भारत के 64वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर, महाराष्ट्र सरकार के प्रोटोकॉल विभाग ने पहली बार मुंबई के मरीन ड्राईव पर परेड आयोजित की, जैसी हर वर्ष नई दिल्ली में राजपथ में होती है।[2]
गणतंत्र दिवस परेड के मुख्य अतिथि
भारतीय गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथियों की सूची:
वर्ष | पद और मुख्य अतिथि का नाम | सम्बंधित देश | |
2019 |
, प्रधान मंत्री ,थेरेसा मे प्रधान मंत्री, प्रवींद जुगनौत |
दक्षिण अफ्रिका,यूएसए,यूके , मॉरिशस | |
2018 | सभी दस आसियान देशों के प्रमुख[3] | ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओस, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाइलैंड और वियतनाम | |
2017 | क्राउन प्रिंस, मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान | अबु धाबी | |
2016 | राष्ट्रपति, फ्रांस्वा ओलांद , राष्ट्रपति,मैत्रीपाल सिरिसेन | फ्राँस , श्रीलंका | |
2015 | राष्ट्रपति, बराक ओबामा | यूएसए | |
2014 | प्रधानमंत्री, शिंजो अबे | जापान | |
2013 | राजा, जिग्मे खेसर नामग्याल वांग्चुक | भूटान | |
2012 | प्रधानमंत्री, यिंगलक चिनावाट | थाईलैंड | |
2011 | राष्ट्रपति, सुसीलो बाम्बांग युद्धोयोनो | इंडोनेशिया | |
2010 | राष्ट्रपति, ली म्यूंग बक | कोरिया गणराज्य | |
2009 | राष्ट्रपति, नूर्सुल्तान नाज़र्बायव | कज़ाकिस्तान | |
2008 | राष्ट्रपति, निकोलस सरकोजी | फ्रांस | |
2007 | राष्ट्रपति, व्लादिमीर पुतिन | रुस | |
2006 | राजा, शाह अब्दुल्ला | सउदी अरब | |
2005 | राजा, जिग्मे सिंगये वांगचुक | भूटान | |
2004 | राष्ट्पति, लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा | ब्राजील | |
2003 | राष्ट्पति, मोहम्मद ख़ातमी | इरान | |
2002 | राष्ट्पति, कसम उतेम | मॉरीशस | |
2001 | राष्ट्पति, अब्देलाज़िज बुटेफ्लिका | अलजीरीया | |
2000 | राष्ट्पति, ऑल्यूसगुन ओबसांजो | नाइजीरिया | |
1999 | राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव | नेपाल | |
1998 | राष्ट्रपति, ज़्याक शिराक | फ्रांस | |
1997 | प्रधानमंत्री, बसदेव पाण्डे | त्रिनीनाद और टोबैगो | |
1996 | राष्ट्रपति, लुइज़ इंसियो लूला दा सिल्वा | ब्राजील | |
1995 | राष्ट्रपति, नेल्सन मंडेला | दक्षिण अफ्रिका | |
1994 | प्रधानमंत्री, गोह चोक टोंग | सिंगापुर | |
1993 | प्रधानमंत्री, जॉन मेजर | यूके | |
1992 | राष्ट्रपति, मेरियो सोरेस | पुर्तगाल | |
1991 | राष्ट्रपति, मॉमून अब्दुल गय्यूम | मालदीव | |
1990 | प्रधानमंत्री, अनिरुद्ध जगन्नाथ | मॉरीशस | |
1989 | नगुय वं लनं | वियतनाम | |
1988 | राष्ट्रपति, जूनिअस रिचर्ड जयवर्धने | श्रीलंका | |
1987 | राष्ट्रपति, एलन गार्सिया , राष्ट्रपति ,रॉबर्ट मुगाबे | पेरु , जिम्बाब्वे | |
1986 | प्रधानमंत्री, एँड्रियास पपनड्रीयु | ग्रीस | |
1985 | राष्ट्रपति, राउल अल्फोंसिन | अर्जेन्टीना | |
1984 | राजा जिग्मे सिंगये वांगचुक , इंडोनेशियाई सेना के चीफ ऑफ स्टाफ , जनरल रुदिनी | भूटान , इंडोनेशिया | |
1983 | राष्ट्रपति, सेहु शगारी | नाइजीरिया | |
1982 | राजा, जॉन कार्लोस प्रथम | स्पेन | |
1981 | राष्ट्रपति, जोस लोपेज़ पोर्टिलो | मेक्सिको | |
1980 | राष्ट्रपति, वैलेरी गिसकर्ड डी 'ईस्टांग | फ्रांस | |
1979 | प्रधानमंत्री, मैल्कम फ्रेजर
|
ऑस्ट्रेलिया | |
1978 | राष्ट्रपति, पैट्रिक हिलरी | ऑयरलौंड | |
1977 | प्रथम सचिव, एडवर्ड गिरेक | पौलैण्ड | |
1976 | प्रधानमंत्री, ज़्याक शिराक |
फ्रांस | |
1975 | राष्ट्रपति, केनेथ कौंडा | जांबिया | |
1974 | राष्ट्रपति, जोसिप ब्रौज टीटो | यूगोस्लाविया | |
प्रधानमंत्री, सिरिमावो बन्दरानाइक | श्रीलंका | ||
1973 | राष्ट्रपति, कर्नल जॉसेफ़ मोबूतो | जैरे | |
1972 | प्रधानमंत्री, शिवसागर रामगुलाम | मॉरीशस | |
1971 | राष्ट्रपति, जुलियस नीयरेरे | तंजानिया | |
1970 | – | – | |
1969 | प्रधानमंत्री, टॉड झिवकोव | बुल्गारिया | |
1968 | प्रधानमंत्री, अलेक्सी कोसिजिन | सोवियत यूनियन | |
राष्ट्रपति, जोसिप ब्रोज टीटो | यूगोस्लाविया | ||
1967 | – | – | |
1966 | – | – | |
1965 | खाद्य एवं कृषि मंत्री, राना अब्दुल हामिद | पाकिस्तान | |
1964 | – | – | |
1963 | राजा, नोरोडोम सिहानोक | कंबोडिया | |
1962 | – | – | |
1961 | रानी, एलिज़ाबेथ द्वितीय | यूके | |
1960 | राष्ट्रपति, क्लिमेंट वोरोशिलोव | सोवियत संघ | |
1959 | – | – | |
1958 | मार्शल ये जियानयिंग | चीन | |
1957 | – | – | |
1956 | – | – | |
1955 | गर्वनर जनरल, मलिक गुलाम मोहम्मद | पाकिस्तान | |
1954 | राजा, जिग्मे दोरजी वांगचुक | भूटान | |
1953 | – | – | |
1952 | – | – | |
1951 | – | – | |
1950 | राष्ट्रपति, सुकर्णो | इंडोनेशिया |
चित्रदीर्घा
-
रात में चमकता हुआ राष्ट्रपति भवन।
-
भारतीय वायु सेना की हवाई कलाबाजी प्रदर्शन टीम तिरंगा प्रदर्शित करते हुए।
-
गणतंत्र दिवस पर सीमा सुरक्षा बल के जवान।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:Https://www.google.com/search?q=India+Republic+Day&oi=ddle&ct=india-republic-day-2019-5067562814537728&hl=en&ictx=1&sa=X&ved=0ahUKEwir8Pnvz4ngAhUEQo8KHa2aBMcQPQgR&biw=412&bih=604&dpr=2.63
- ↑ "दैनिक जागरण की गणतन्त्र दिवस के लिए कहानी चित्र भव्य होंगे गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम". दैनिक जागरण. अभिगमन तिथि 17 जनवरी 2016.
- ↑ "गणतंत्र दिवस परेड 2018: फिर नया इतिहास बनेगा और दुनिया देखेगी– News18 हिंदी". News18 India. २६ जनवरी २०१८. अभिगमन तिथि २६ जनवरी २०१८.
बाहरी कड़ियाँ
- गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस पर विशेष
- 70 वें गणतंत्र दिवस पर विशेष
- गणतंत्र दिवस पर विशेष झांकियां
- 26 जनवरी गणतंत्र दिवस विशेज