ज्वालामुखीयता

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हमारे सौर मंडल के सबसे विशाल ग्रह बृहस्पति का प्राकृतिक उपग्रह आयो, जिसपर ज्वालामुखीयता सक्रीय है - यहाँ अंतरिक्षयान द्वरा ली गई तस्वीर में ज्वालामुखीय विस्फोट से उठता हुआ भयंकर फव्वारा स्पष्ट दिख रहा है

ज्वालामुखीयता (volcanism या vulcanism) पृथ्वी या अन्य किसी स्थलीय ग्रह या प्राकृतिक उपग्रह पर सबसी ऊपरी सतह में बनी दरार या छिद्र से नीचे से पिघले पत्थर या अन्य सामग्री के लावा और गैसों के रूप में उलगाव को कहते हैं। इनमें वह सारी परिघटनाएँ आती हैं जिनमें भूपर्पटी (क्रस्ट) और भूप्रावार (मैन्टल) से पिघली सामग्री उगल कर या विस्फोटक प्रक्रिया द्वारा ऊपर सतह पर आए और वहाँ जमकर ठोस रूप ले ले।[1]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "Cooling Planets: Some Background: What is volcanism?" (PDF). The Lunar and Planetary Institute, Department of Education and Public Outreach. 2006. पृ॰ 4. मूल से 3 मार्च 2016 को पुरालेखित (PDF). अभिगमन तिथि 2012-10-14.