खुर

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एक हिरन के खुर
ऊँट के खुर

खुर (hoof) कुछ स्तनधारी जानवरों के पाऊँ की उँगलियों के उस अंतिम भाग को कहा जाता है जो उनका भार उठाए और केराटिन नामक नाखून-जैसी सख़्त​ चीज़ से ढका हो।खुर को सूम भी कहते है। खुर वाले पशुओं को खुरदार या अंग्युलेट (ungulate) कहा जाता है और इनमें बहुत से जाने-पहचाने जानवर शामिल हैं जैसे कि घोड़ा, गधा, ज़ेब्रा, गाय, गेंडा, ऊँट, दरियाई घोड़ा, सूअर, बकरी, तापीर, हिरन, जिराफ़, ओकापी, साइगा और रेनडियर। खुर का किनारा और अंदरूनी भाग दोनों पशु का भार उठाते हैं।[1] खुर जानवर के चलने से घिसते रहते हैं लेकिन नाखूनों की तरह आजीवन उगते भी रहते हैं।[2]

सम और विषम उंगलियाँ[संपादित करें]

जीववैज्ञानिक खुरों में उँगलियों की संख्या के आधार पर खुरों को दो श्रेणियों में बांटते हैं: सम संख्या (ईवन) वाले खुर और विषम संख्या (ऑड) वाले खुर।[1]

  • सम-ऊँगली वाले पशुओं के खुरों में अक्सर दो बड़ी उंगलियाँ होती हैं, जिस वजह से इन्हें "बंटे-हुए खुर" (cloven hoofs) कहा जाता है। इनमें अक्सर पाँव में ज़रा ऊपर को दो अन्य छोटी उँगलियाँ भी होती हैं जो कूदने के लिए काम आती हैं या ज़मीन नरम होने से पाँव अन्दर धंसने पर भी धरती को छूकर अधिक सहारा देने के काम आती हैं। ऐसे सम-ऊँगली खुर हिरणों और सूअरों में देखे जाते हैं। सम-ऊँगली खुर जिराफ़ों में भी होते हैं लेकिन उनके पास यह दो अन्य छोटी उंगलियाँ नहीं होती। ऊंटों के भी बंटे-हुए खुर होते हैं लेकिन उनकी उंगलियाँ रेत में चलने के लिए नरम होती हैं और खुर उनके अंत में नाखून-मात्र के रूप में होते हैं।
  • विषम-उँगलियों वाले पशुओं के हर पैर में या तो एक बड़ी ऊँगली (घोड़े, गधे) या फिर तीन उंगलियाँ (गेंडे) होती हैं। तापिर एक विशेष खुरदार जानवर है जिसके पिछले खुरों में तीन उंगलियाँ और आगे के खुरों में चार उंगलियाँ होती हैं।

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. The Time Before History, Colin Tudge, Simon and Schuster, 1997, ISBN 978-0-684-83052-0, ... Three main groups of ungulates prevail today: the perissodactyls, which carry their weight on their middle toes like horses, rhinos, and tapirs; the artiodactyls - including the pigs, hippos, camels, and ruminants - which bear their weight equally on their third and fourth toes (and hence are "cloven-hoofed"); and the proboscideans, represented by the elephants ...
  2. Horse Power, Jane Buxton, Learning Media Ltd, 2002, ISBN 978-0-478-24718-3, ... Horses' hooves are like your fingernails. They keep growing all the time, and they have to be cut before they get too long. This doesn't hurt a horse at all, just like it doesn't hurt when you cut your fingernails ...