आंग्लिक

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आंग्लिक
English
बोली जाती है संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ़्रीका, फ़िजी, न्यूज़ीलैंड, ज़िम्बाबवे समेत विश्व के अन्य कई देशों में।
कुल बोलने वाले ५३ देश
संयुक्त राष्ट्र
यूरोपीय संघ
राष्ट्रमण्डल
नाटो
नाफ्टा
भाषा परिवार हिन्द यूरोपीय भाषा
  • जर्मनिक
    • पश्चिमी जर्मनिक उपशाखा
      • ऍंग्लो फ़्रिसियन
        • आंग्लिक
भाषा कूट
ISO 639-1 en
ISO 639-2 eng
ISO 639-3 eng
EN (आइएसओ ६३९, ISO 639-1)

आंग्लिक भाषा (अंग्रेज़ी: English हिन्दी उच्चारण: इंग्लिश) हिन्द-यूरोपीय भाषा-परिवार में आती है और इस दृष्टि से हिंदी, उर्दू, फ़ारसी आदि के साथ इसका दूर का संबंध बनता है। ये इस परिवार की जर्मनिक शाखा में रखी जाती है। इसे दुनिया की सर्वप्रथम अन्तरराष्ट्रीय भाषा माना जाता है। ये दुनिया के कई देशों की मुख्य राजभाषा है और आज के दौर में कई देशों में (मुख्यतः भूतपूर्व ब्रिटिश उपनिवेशों में) विज्ञान, कम्प्यूटर, साहित्य, राजनीति और उच्च शिक्षा की भी मुख्य भाषा है। आंग्लिक भाषा रोमन लिपि में लिखी जाती है।

यह एक पश्चिम जर्मेनिक भाषा है जिसकी उत्पत्ति एंग्लो-सेक्सन इंग्लैंड में हुई थी। संयुक्त राज्य अमेरिका के 19 वीं शताब्दी के पूर्वार्ध[तथ्य वांछित] और ब्रिटिश साम्राज्य के 18 वीं, 19 वीं और 20 वीं शताब्दी के सैन्य, वैज्ञानिक, राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के परिणाम स्वरूप यह दुनिया के कई भागों में सामान्य (बोलचाल की) भाषा बन गई है।[1] कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राष्ट्रमंडल देशों में बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल एक द्वितीय भाषा और अधिकारिक भाषा के रूप में होता है।

ऐतिहासिक दृष्टि से, आंग्लिक भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेजी कहा जाता है, से हुई है। वाइकिंग हमलावरों की प्राचीन नोर्स भाषा का आंग्लिक भाषा पर गहरा प्रभाव पड़ा है। नॉर्मन विजय के बाद पुरानी आंग्लिक का विकास मध्य अंग्रेजी के रूप में हुआ, इसके लिए नॉर्मन शब्दावली और वर्तनी के नियमों का भारी मात्र में उपयोग हुआ। वहां से आधुनिक अंग्रेजी का विकास हुआ और अभी भी इसमें अनेक भाषाओँ से विदेशी शब्दों को अपनाने और साथ ही साथ नए शब्दों को गढ़ने की प्रक्रिया निरंतर जारी है। एक बड़ी मात्र में आंग्लिक के शब्दों, खासकर तकनीकी शब्दों, का गठन प्राचीन ग्रीक और लैटिन की जड़ों पर आधारित है।

महत्व

आधुनिक अंग्रेजी, जिसको कभी - कभी प्रथम वैश्विक सामान्य भाषा के तौर पर भी वर्णित किया जाता है,[2][3]संचार, विज्ञान, व्यापार,[2] विमानन, मनोरंजन, रेडियो और कूटनीति के क्षेत्रों की प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय भाषा है।[4][4]ब्रिटिश द्वीपों के परे इसके विस्तार का प्रारंभ ब्रिटिश साम्राज्य के विकास के साथ हुआ और 19 वीं सदी के अंत तक इसकी पहुँच सही मायने में वैश्विक हो चुकी थी।[5][5] यह संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रमुख भाषा है। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अमेरिका की एक वैश्विक महाशक्ति के रूप में पहचान और उसके बढ़ते आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभाव के कारण अंग्रेजी भाषा के प्रसार में महत्त्वपूर्ण गति आयी है।[3]

अंग्रेजी भाषा का काम चलाऊ ज्ञान अनेक क्षेत्रों, जैसे की चिकित्सा और कंप्यूटर, के लिए एक आवश्यकता बन चुका है; परिणामस्वरूप एक अरब से ज्यादा लोग कम से कम बुनियादी स्तर की अंग्रेजी बोल लेते हैं (देखें: अंग्रेजी भाषा को सीखना और सिखाना). यह संयुक्त राष्ट्रकी छह आधिकारिक भाषाओं में से भी एक है।

डेविड क्रिस्टल जैसे भाषाविदों के अनुसार अंग्रेजी के बड़े पैमाने पर प्रसार का एक असर, जैसा की अन्य वैश्विक भाषाओँ के साथ भी हुआ है, दुनिया के अनेक हिस्सों में स्थानीय भाषाओँ की विविधता को कम करने के रूप में दिखाई देता है, विशेष तौर पर यह असर ऑस्ट्रेलेशिया और उत्तरी अमेरिका में दिखता है और इसका भारी भरकम प्रभाव भाषा के संघर्षण (एट्ट्रीशन) में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निरंतर अदा कर रहा है।[6] इसी प्रकार ऐतिहासी भाषाविद, जो की भाषा परिवर्तन की जटिलता और गतिशीलता से अवगत हैं, अंग्रेजी भाषा द्वारा अलग भाषाओँ के एक नए परिवार का निर्माण करने की इसकी असीम संभावनाओं के प्रति हमेशा अवगत रहते हैं। इन भाषाविदों के अनुसार इसका कारण है अंग्रेजी भाषा का विशाल आकार और इसका इस्तेमाल करने वाले समुदायों का प्रसार और इसकी प्राकृतिक आंतरिक विविधता, जैसे की इसके क्रीओल्स (creoles) और पिजिंस (pidgins).[7]o

  1. "§1. The world-wide expansion of the English language. XV. Changes in the Language since Shakespeare's Time. Vol. 14. The Victorian Age, Part Two. The Cambridge History of English and American Literature: An Encyclopedia in Eighteen Volumes. 1907–21". www.bartleby.com. अभिगमन तिथि 1 मार्च 2019.
  2. "Global English: gift or curse?". अभिगमन तिथि 2005-04-04.
  3. David Graddol (1997). "The Future of English?" (PDF). The British Council. मूल (PDF) से 19 फ़रवरी 2007 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 2007-04-15.
  4. "The triumph of English". The Economist. 2001-12-20. अभिगमन तिथि 2007-03-26.
  5. "Lecture 7: World-Wide English". EHistLing. अभिगमन तिथि 2007-03-26.
  6. Crystal, David (2002). Language Death. Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0521012716. डीओआइ:10.2277/0521012716.
  7. Cheshire, Jenny (1991). English Around The World: Sociolinguistic Perspectives. Cambridge University Press. आई॰ऍस॰बी॰ऍन॰ 0521395658. डीओआइ:10.2277/0521395658.