सोमवार

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सोमवार सप्ताह का एक दिन है। यह रविवार के बाद और मंगलवार से पहले आता है। सोमवार का यह नाम सोम से पड़ा है जिसका अर्थ भगवान शिव होता है। यह सप्ताह का दूसरा दिन होता है, भारत तथा विश्व के कई देशों में यह सामान्य कामकाज का प्रथम दिन होता है इसलिए कभी कभार इसे सप्ताह का प्रथम दिन भी कहते हैं।

सप्ताह में सात दिन होते है जो कि क्रमश सोमवार, मंगलवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार, शनिवार और रविवार होते है।

सोमवार भगवान शिव और चंद्र देव का दिन होने के कारण इस दिन भगवान शिव और शिव परिवार की पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन श्रद्धालु मंदिर में जाकर भगवान शिव के प्रतीक शिवलिंग पर जल अर्पित करते है।

महिलाएं शीघ्र विवाह और मनचाहे वर की प्राप्ति की इच्छा से इस दिन सोमवार व्रत या सोलह सोमवार व्रत बड़ी श्रद्धा और विश्वास से रखती है।

सोमवार का दिन चंद्र देव का दिन भी माना जाता है जो स्वयं भगवान भोलेनाथ के श्रृंगार के रूप में उनके सिर पर सुसज्जित है। यदि किसी की जन्म कुण्डली में चन्द्र ग्रह अशुभ स्थिति में है तो इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना से इस अशुभता में कमी आती है।

मंगलवार हनुमान जी और मंगल देव का दिन माना जाता है और इस दिन हनुमान जी की कृपा दृष्टि और मंगल ग्रह की शुभता के लिए उनकी पूजा अर्चना की जाती है और व्रत आदि रखा जाता है।

बुधवार विघ्नहर्ता गणेश जी और भगवान कृष्ण और बुध देवता का दिन माना जाता है। इस दिन गणेश जी, कृष्ण भगवान और बुध देवता की पूजा अर्चना की जाती है और बुध ग्रह की शुभता के लिए व्रत रखा जाता है।

बृहस्पतिवार जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु और ब्रहस्पति देवता का दिन माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु और ब्रहस्पति देवता की पूजा अर्चना की जाती है और उनका व्रत रखा जाता है।

शुक्रवार माता लक्ष्मी, संतोषी माता और शुक्र ग्रह का दिन माना जाता है और इस दिन माता लक्ष्मी, संतोषी माता की पूजा अर्चना की जाती है। वैभव लक्ष्मी व्रत, संतोषी माता की कथा या उद्यापन शुक्रवार के दिन ही किया जाता है। माता लक्ष्मी की पूजा करने से शुक्र ग्रह शुभ होते है और धन धान्य की बढ़ोतरी करते है।

शनिवार कर्मफल दाता और ब्रह्मांड के सबसे बड़े न्यायधीश शनिदेव जी और शनि ग्रह का दिन माना जाता है। इस दिन शनिदेव और शनिदेव की पूजा अर्चना की जाती है और शनिदेव और शनि ग्रह से संबंधित दान दक्षिणा दी जाती है।

रविवार को नवग्रह के राजा सूर्य देव और सूर्य ग्रह का दिन माना जाता है। इस दिन सूर्य देव और सूर्य ग्रह की पूजा अर्चना की जाती है और रविवार का व्रत रखा जाता है।