सहकर्मी-से-सहकर्मी

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एक "सहकर्मी-से-सहकर्मी" आधारित नेटवर्क.
एक सर्वर आधारित नेटवर्क (यानि: सहकर्मी-से-सहकर्मी नहीं).

सहकर्मी-से-सहकर्मी संगणक संजाल या कंप्यूटर नेटवर्क (अंग्रेजी:peer-to-peer या P2P या पी2पी) वह नेटवर्क है जो पारंपरिक केंद्रीकृत संसाधनों जिसमे सर्वरों की एक अपेक्षाकृत कम संख्या किसी सेवा या अनुप्रयोग को कोर वैल्यू उपलब्ध कराते हैं के बजाय नेटवर्क के सहभागियों के बीच विविध संपर्कों और सहभागियों की संचयी बैंडविड्थ का उपयोग करता है। यह नेटवर्क आमतौर पर एक बड़े पैमाने पर एक तदर्थ कनेक्शन के माध्यम से विभिन्न नोडों (निस्पन्दों) को जोड़ते हैं। इस तरह के नेटवर्क कई प्रयोजनों के लिए उपयोगी होते हैं। इस नेटवर्क के माध्यम से ऑडियो (श्रव्य), वीडियो (दृश्य) और आँकड़ों (डाटा) से संबंधित संचिकाएँ या और भी बहुत कुछ जो अंकीय (डिजिटल) प्रारूप मे उपलब्ध हो का साझीकरण बहुत आम बात है। इसके अतिरिक्त पी2पी प्रौद्योगिकी को वास्तविक समयाधार आँकड़े जैसे टेलीफोन यातायात के लिए भी प्रयोग किया जाता है।

एक विशुद्ध पी2पी नेटवर्क क्लाएंट-सर्वर मॉडल (ग्राहक-सेवक निदर्श) की अवधारणा पर आधारित ना होकर, जिसमे संचार आमतौर पर केंद्रीय सर्वर को या से होता है इसके विपरीत यह एक समान सहकर्मी नोडों की धारणा पर आधारित होता है जिसके अंतर्गत एक सहकर्मी नोड एक साथ इस नेटवर्क पर अन्य नोडों के लिए "क्लाएंट " और "सर्वर" दोनों के रूप में कार्य करता है। एक संचिका अंतरण का एक विशिष्ट उदाहरण जो पी2पी के द्वारा नहीं है, एक FTP सर्वर है, जहां क्लाएंट और सर्वर प्रोग्राम काफी अलग होते हैं: जहां एक क्लाएंट डाउनलोड/अपलोड आरंभ करने के लिए एक सर्वर से अनुरोध करता है और सर्वर इन अनुरोधों पर प्रतिक्रिया कर इन्हें पूरा करता है।

विशुद्ध पी2पी नेटवर्क के विपरीत, यूज़नेट न्यूज़ सर्वर एक वितरित चर्चा प्रणाली का एक उदाहरण है जो क्लाएंट-सर्वर मॉडल के आधार पर काम करता है। इसके अंतर्गत समाचार सर्वर यूज़नेट नेटवर्क पर एक दूसरे से संपर्क करते हैं और समाचार लेखों का साझीकरण करते हैं। विशेषकर यूज़नेट के शुरुआती दिनों में, यूयूसीपी (UUCP) का विस्तार इंटरनेट से भी अधिक था। हालांकि समाचार सर्वर प्रणाली एक क्लाएंट-सर्वर के रूप में कार्य करती है जब उपयोगकर्ता लेखों को पढ़ने और अपने लेखों को भेजने (अपलोड) के लिए एक स्थानीय समाचार सर्वर से संपर्क करता है।

एसएमटीपी (SMTP) ई-मेल पर भी यही तर्क लागू होता है, जहां मेल अंतरण एजेंट का कोर ई-मेल रिलेयिंग नेटवर्क पी2पी की नकल करता है जबकि ई-मेल ग्राहकों की परिधि और उनके सीधे कनेक्शन क्लाएंट-सर्वर प्रकार के होते हैं।

कुछ नेटवर्क और चैनल जैसे नैप्स्टर (Napster), ओपन एनएपी (OpenNAP) और आईआरसी (IRC) सेवा चैनल कुछ कार्यों (जैसे खोज) के लिए क्लाएंट-सर्वर और दूसरों के लिए एक पी2पी संरचनाओं का उपयोग करते हैं। नुटेला (Gnutella) या फ्रीनेट (Freenet) जैसे नेटवर्क सभी प्रयोजनों के लिए, एक पी2पी संरचना का उपयोग करते हैं और कभी कभी उन्हें विशुद्ध पी2पी नेटवर्क के रूप में संदर्भित किया जाता है, हालांकि नुटेला को निर्देशिका सर्वरों से बहुत सहायता मिलती है जो एक सहकर्मी को दूसरे सहकर्मी के नेटवर्क पते की सूचना देते हैं।

पी2पी की संरचना मे इंटरनेट की मुख्य तकनीकी अवधारणाओं का सम्मिश्रण होता है, जिनका वर्णन रिक्वेस्ट फॉर कमेंट्स, आरएफसी 1, "मेजबान सॉफ्टवेयर" 7 अप्रैल 1969 मे किया गया है। अभी हाल ही में इस अवधारणा को आम जनता में मान्यता मिली है।

सन्दर्भ[संपादित करें]