शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़

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Shaheed Sukhdev College of Business Studies
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ध्येय{{{motto}}}
स्थापित1987
Academic संबद्ध
दिल्ली विश्‍वविद्यालय
शैक्षिक कर्मचारी
30
स्नातक600
स्थानNew Delhi, India
28°43′58″N 77°07′04″E / 28.7328145°N 77.1177341°E / 28.7328145; 77.1177341
PrincipalDr. Poonam Verma
जालस्थलsscbsdu.ac.in
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ is located in नई दिल्ली
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़
Location in नई दिल्ली
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ is located in भारत
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़
शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ (भारत)

शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ (एसएससीबीएस), दिल्ली विश्वविद्यालय, भारत के तहत अधोस्नातक प्रबंधन अध्ययन का एक प्रमुख संस्थान है [1]. इसका नाम सुखदेव थापर के नाम पर दिया गया, जो आजादी से पहले के समय में एक प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। इस कॉलेज की स्थापना 1987 में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के द्वारा भारत में महाविद्यालयी बिजनेस स्कूल के पहले संस्थान के रूप में की गयी, जो अधोस्नातक स्तर पर प्रबंधन शिक्षा प्रदान करता है। यह कॉलेज पूर्वी दिल्ली में विवेक विहार के पास स्थित है और दिल्ली मेट्रो की ब्लू और रेड लाइन्स के साथ भली प्रकार से जुड़ा है। इसे एशिया के सबसे अच्छे अधोस्नातक बिजनेस स्कूलों में से एक माना जाता है।


अकादमिक[संपादित करें]

यह कॉलेज चार प्रकार के पाठ्यक्रम उपलब्ध कराता है- तीन अधोस्नातक स्तर पर और एक स्नातकोत्तर डिप्लोमा स्तर पर.

  • बेचलर ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ (बीबीएस) [2]

प्रमुख बीबीएस कार्यक्रम के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम कठोर, बहु अनुशासनिक, लचीला है और प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार में होने वाले आधुनिक विकास से निरंतर समृद्ध है। छात्रों को चौथे सेमेस्टर के अंत में छह से आठ सप्ताह की समर इंटर्नशिप पूरी करनी होती है।

दूसरे सेमेस्टर के अंत में समर इंटर्नशिप वैकल्पिक है। इसमें छह सेमेस्टर होते हैं, प्रत्येक सेमेस्टर विश्वविद्यालय की परीक्षाओं में शामिल होता है।

छात्रों को उनके पांचवें और छठे सेमेस्टर में वित्त, विपणन और मानव संसाधन विकास में विशेषज्ञता प्राप्त करने के अवसर दिए जाते हैं।

  • बेचलर ऑफ़ फाइनेंशियल एंड इन्वेस्टमेंट एनालिसिस (वित्त और निवेश विश्लेषण में स्नातक)[3]

अधोस्नातक स्तर पर वित्त के क्षेत्र में विशेष पाठ्यक्रम उपलब्ध कराने के लिए, बेचलर ऑफ़ फाइनेंशियल एंड इन्वेस्टमेंट एनालिसिस (बीएफआईए) की शुरुआत, 1990 में की गयी। बीएफआईए एक छह सेमेस्टर का पेशेवर डिग्री प्रोग्राम है जिसे भारतीय वित्त बाज़ारों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है।


  • बीएससी (ऑनर्स) कम्प्यूटर साइंस [4]
  • कम्प्यूटर एप्लीकेशन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा[5]

कम्प्यूटर एप्लीकेशन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा (पीजीडीसीए) डेढ़ साल का पूर्णकालिक डिप्लोमा है जिसमें तीन सेमेस्टर हैं।

प्रवेश[संपादित करें]

चयन के मापदण्ड में एक चयनात्मक वैकल्पिक लिखित परीक्षा (यह बीबीएस और बीएफआईए दोनों प्रोग्रामों के लिए ली जाती है), एक साक्षात्कार, एक सामूहिक चर्चा और बारहवीं कक्षा का प्रदर्शन (अंग्रेजी और गणित अनिवार्य विषय) शामिल है। वर्ष 2009 में, 20,000 से अधिक आवेदकों में से लगभग 217 का चयन किया गया, जो एसएससीबीएस को भारत के सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी अधोस्नातक महाविद्यालयों में से एक बनाता है। इस के लिए आवेदन प्रक्रिया की शुरुआत हर साल अप्रैल में होती है, जून माह के पहले रविवार को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जाता है।[6]

बीएससी कम्प्यूटर साइंस और पीजीडीसीए कोर्स के लिए चयन, पूरी तरह से मेरिट पर आधारित होता है।


प्रवेश परीक्षा[संपादित करें]

पात्रता मानदंड[संपादित करें]

किसी भी विषय से पढने वाले छात्र इस परीक्षा के पात्र हैं यदि

  • उन्होंने कक्षा 12 की बोर्ड की परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक प्राप्त किये हों.
  • 'गणित' उनका एक विषय हो.


टेस्ट की संरचना[संपादित करें]

प्रवेश परीक्षा छात्र की ईक्यू और आईक्यू पर फोकस करती है। हालांकि इस परीक्षा के लिए कोई निश्चित पाठ्यक्रम और परीक्षा का कोई निर्धारित प्रतिरूप नहीं है, व्यापक रूप से इसे निम्न क्षेत्रों में विभाजित किया जा सकता है।

  • अंग्रेजी / मौखिक क्षमता
  • गणित / मात्रात्मक अभिवृत्ति
  • विचार
  • जीके/बीए/ करंट अफेयर्स (सामान्य ज्ञान)

प्लेसमेंट[संपादित करें]

सीबीएस ने वास्तविक दुनिया पर आधारित शिक्षण सिद्धांत के प्रति व्यवहारिक दृष्टिकोण रखते हुए अपनी प्रतिष्ठा का निर्माण किया है। इसका प्लेसमेंट रैंक भारत में सर्वोत्तम है और इसे कैरियर डवलपमेंट सेंटर (Career Development Centre) पर समर्पित विद्यार्थियों की एक टीम के माध्यम से बनाये रखा गया है।[7]

10 लाख रूपये तक के उच्चतम पैकेज के साथ 5.5 लाख रूपये से अधिक के औसत पैकेज भी उपलब्ध कराये जाते हैं। यह कॉलेज कई सालों से लगातार 100 प्रतिशत प्लेसमेंट करवाता आया है।[8]

सीबीएस से भर्ती करने वाली कुछ प्रतिष्ठित कम्पनियों में शामिल हैं:

आयोजन[संपादित करें]

क्रेसेंड़ो (Crescendo) क्रेसेंड़ो एक कॉर्पोरेट व सांस्कृतिक महोत्सव है और शहीद सुखदेव कॉलेज ऑफ़ बिजनेस स्टडीज़ के वार्षिक कैलेण्डर में सबसे बड़ा आयोजन है। यह एक ऐसा उत्सव है जिसकी उत्सुकता के साथ प्रतीक्षा की जाती है और विद्यार्थी इसमें सक्रिय रूप से, उत्तेजना और उत्साह के साथ भाग लेते हैं। यह उत्सव कोर्पोरेट्स को युवाओं के साथ सीधे बातचीत करने का एक अमूल्य अवसर प्रदान करता है और इस मौके पर वे एक प्राकृतिक और आरामदायक माहौल में युवाओं की मानसिकता को पढ़ लेते हैं। इस आयोजन में संगीत समारोह, पार्टी शफल (डीजे) नाइट, संगीत और नृत्य प्रतियोगिता, वाद विवाद प्रतियोगिता, विज्ञापन-निर्माण, कॉर्पोरेट प्रश्नोत्तरी आदि शामिल होते हैं।

कोनवर्जेन्स (Convergence) कोनवर्जेन्स सीबीएस का प्रमुख वार्षिक व्यापार सम्मेलन है। 2009 के इस आयोजन के विषय में "विश्वस्तरीय चुनौतियों' को शामिल किया गया था।


मंथन (Manthan) मंथन के पीछे का उद्देश्य था आम जनता तक पहुंचना और देश के युवाओं को जागृत करना, उनका पुनरुद्धार करना और उन्हें आशा का सन्देश देना. यह आमतौर पर 15 से 20 दिन का एक आयोजन होता है, जिसके दौरान दिल्ली विश्वविद्यालय, आईपी विश्वविद्यालय और आईआईटी के भिन्न कॉलेजों के द्वारा मॉल्स, ऐतिहासिक स्मारकों, बगीचों, स्कूलों और अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नुक्कड़ नाटक (स्ट्रीट प्ले) प्रदर्शित किये जाते हैं। हर प्रदर्शन के बाद वहां उपस्थित दर्शकों के साथ कुछ चर्चा की जाती है। इन चर्चाओं को गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के द्वारा बढ़ावा दिया जाता है।

रेमिनिसेंस (Reminiscence) सीबीएस पूर्व छात्र संघ एक ऐसा मंच है जो सीबीएस के पूर्व छात्रों और विद्यार्थियों को आपस में बातचीत करने का अवसर देता है। इससे वे उनके पारस्परिक विकास को बनाये रखने में योगदान करते हैं और सीबीएस के विकास के लिए एक तालमेल बनाये रखने में मदद करते हैं। रेमिनिसेंस, पूर्व छात्रों के लिए भोजन का आयोजन, ऐसा ही एक अवसर है जो हमारी सबसे मूल्यवान संपत्ति को प्रस्तुत करता है।


सोसाइटी[संपादित करें]

  • ध्वनि - संगीत सोसायटी
  • एसआईएफई एसएससीबीएस
  • ट्रोजन - आईटी सोसायटी
  • इल्युमिनेटी- क्विज़िंग सोसायटी
  • जिनेसिस - मार्केटिंग सोसायटी
  • मेनेजमेंट इंटरेक्शन सेल (MIC)
  • कम्युनिक- द प्रोमोशन सेल
  • युवा - द एंटरप्रेन्युरशिप सेल
  • ड्रामाटिक्स सोसाइटी
  • फिनएक्स- फाइनेंस सोसाइटी
  • रेमिनिसेंस- द डिबेटिंग सोसायटी
  • वर्व - स्ट्रीट प्ले सोसायटी
  • ब्लिट्ज- डांस सोसायटी
  • कृति - फाइन आर्ट्स सोसायटी
  • परिश्रम - स्पोर्ट्स सोसायटी
  • संपादक मंडल
  • सिनर्जी - अपरंपरागत लर्निंग सोसायटी
  • कर्त्तव्य - समाज सेवा सोसायटी

प्रमुख पूर्व छात्र[संपादित करें]

  • धीरेन्द्र कुमार (1990)- सीईओ, वैल्यू रिसर्च इंडिया
  • नरेश प्रियदर्शी (1991)- हेड ऑफ़ बिजनेस कंसल्टिंग, सिनोवेट इण्डिया
  • मनवीर सिंह कोचर (1992)- मध्य पूर्व, बंगलादेश, पकिस्तान और श्री लंका के लिए क्षेत्रीय सेल्स मेनेजर- केएलएम डच एयरलाइंस
  • संजीव मित्तल (1990) - उपाध्यक्ष, एआरसीआईएल
  • गीतिका गंजू (1993)-एमसी (आयोजित समारोहों के मास्टर)
  • संदीप व्यास (1990)- बिजनेस हेड, भारत, यम रेस्तराँ
  • राजीव कुमार (1990)- वैश्विक उपाध्यक्ष, फ्रॉस्ट एंड सुलिवन
  • विवेक चोपड़ा (1990)- राष्ट्रीय बिक्री प्रबंधक, लोरिअल इण्डिया
  • अर्शप्रीत सिंह चौधरी (1993)- सीनियर एमडी, एशिया पेसिफिक, कुशमेन और वेकफील्ड
  • राहुल अग्रवाल (1994)- मार्केटिंग प्रमुख, लेनोवो भारत
  • कौशल मोदी (1994)- प्रमुख, लाइसेंसिंग और टेलीफोनी, सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन
  • जितेन चोपड़ा (1990)- पार्टनर, केपीएमजी
  • मनोज कुमार परदसानी (1994)- निदेशक कराधान, एशिया पेसिफिक क्षेत्र, अमेरिकन एक्सप्रेस बैंक
  • राहुल मैथ्यू (1998)- क्रिएटिव हेड, यंग और रुबिकम मलेशिया
  • संदीप बत्रा (1997)- उपाध्यक्ष, सिटी बैंक
  • गौतम) वाधवा (2000)- एसोसिएट निदेशक, ग्लोबल निवेश, टेमासेक होल्डिंग्स
  • सुमित मालिक (1993) - उपाध्यक्ष, ओप्तिमम सोल्यूशंस (एस) पीटीई लिमिटेड, सिंगापुर
  • प्रतीक मदान (1994)- एवीपी, क्रेडिट सुइस फर्स्ट बोस्टन
  • विनीत मधुसूदन (1999)- अंतर्राष्ट्रीय प्रोग्राम मेनेजर, माइक्रोसॉफ्ट
  • गौरव राठी (1993) - वाइस चेयरमैन, राठी सुपर स्टील

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]