मथुरा रेल दुर्घटना २००९

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मथुरा रेल दुर्घटना २००९ २१ अक्टूबर, २००९ को भारत में हुई एक रेल दुर्घटना है जिसमें लगभग २२ लोग मारे गए थे। बुधवार सुबह दिल्ली जाने वाली गोवा संपर्कक्रांति एक्सप्रेस का इंजन मेवाड़ एक्सप्रेस की आख़िरी बोगी से टकरा गया। दुर्घटना के तुरन्त बाद रेल मन्त्रालय द्वारा जांच के आदेश दे दिए गए और यह जांच रेलवे आयोग द्वारा की गई।

दुर्घटना का कारण[संपादित करें]

रेलवे अधिकारियों के आरम्भिक आकलनों के अनुसार दुर्घटना का कारण मानवीय भूल बताया गया जो कि सिग्नल को अनदेखा करके रेल गाड़ी को उसी पटरी पर ले गया जहां मेवाड़ एक्सप्रेस पहले से ही खड़ी थी। मथुरा के बाजना पुल के पास उदयपुर से दिल्ली के निजामुद्दीन जाने वाली मेवाड़ एक्सप्रेस खड़ी थी कि पीछे से आ रही गोवा सप्तक्रांति एक्सप्रेस ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर से गोवा एक्सप्रेस का इंजन मेवाड़ एक्सप्रेस के महिला डिब्बे में जा घुसा।

रेलवे सूत्रों के अनुसार मेवाड़ एक्सप्रेस को चेन खींचकर रोका गया था। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार पुलिस वाले कुछ अटिकट यात्रियों को पकड़ना चाह रहे थे। इसीलिए इस ट्रेन को वाजना पुल के पास रोका गया। पीछे से आ रही गोवा एक्सप्रेस को आगे ट्रेन के होने की जानकारी नहीं मिली और वह मेवाड़ एक्सप्रेस से जा टकराई।

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