बेतुकी कविता

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बेतुकी कविता का साहित्यिक नाम उलटवासी है। यह हास्य और मनोरंजन के लिए लिखी जाती हैं। आम तौर पर इनका कोई अर्थ नहीं होता है लेकिन शब्द संयोजन रोचक होने के कारण बच्चे इन्हें काफ़ी जल्दी याद कर लेते हैं। हिंदी में इनका जनक अमीर खुसरों को माना जा सकता है। बाद में बंगाल में उलटवासियों का काफ़ी प्रचलन रहा। बहुत से प्रसिद्ध शिशुगीत उलटवासी पद्धति में लिखे गए हैं। फ़िल्मी गीतों में भी उलटवासियों का सुंदर प्रयोग हुआ है।