नन्द गोपाल गुप्ता "नंदी"
राजनीतिक कैरियर[संपादित करें]
पहली बार वे वर्ष 2007 में बहुजन समाज पार्टी के लिए विधानसभा में इलाहाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में वे इलाहाबाद दक्षिण सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हाजी परवेज अहमद टैंकी से हार गए थे। वर्तमान में वेभारतीय जनता पार्टी के विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।[1] पूर्व के दिनों में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी से भी संलग्न रहे हैं। वर्तमान में इनकी पत्नी अभिलाषा गुप्ता नंदी इलाहबाद की सबसे युवा महापौर है।[2]
सन्दर्भ[संपादित करें]
- ↑ "CM Yogi Adityanath keeps home, revenue: UP portfolio allocation highlights" [मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होम, राजस्व: यूपी पोर्टफोलियो आवंटन पर प्रकाश], हिंदुस्तान टाइम्स (अंग्रेज़ी में), 22 मार्च 2017, मूल से 26 अक्तूबर 2019 को पुरालेखित, अभिगमन तिथि 24 मार्च 2017
- ↑ "नन्द गोपाल गुप्ता: सारांश". मूल से 5 अप्रैल 2014 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 1 जुलाई 2014.
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
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आप समस्त वैश्य समाज के स्वीकार्य नेता है आपने समस्त वैश्य समाज की समस्यायों को कई बार सदन में आवाज दी है
आपने वैश्य समाज नामक संगठन का गठन करके समत वैश्य समाज को एक माला में पिरोने का कार्य किया है
वैश्य समाज आज पुरे प्रदेश के प्रत्येक जिले और उनमे होने वाली बाजारों में सक्रिय होकर कार्य कर रहा है