जगदीश टाइटलर

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जगदीश टाइटलर
जन्म 11 जनवरी 1944 (1944-01-11) (आयु 80)
नई दिल्ली
आवास नई दिल्ली
राजनैतिक पार्टी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
धर्म ईसाई धर्म[1]
उल्लेखनीय कार्य {{{notable_works}}}

जगदीश टाइटलर दिल्ली सदर लोकसभा सीट के कांग्रेस के सांसद हैं। जगदीश टाइटलर का जन्म ११ जनवरी १९४४ को हुआ था। वे भारतीय राजनीतिक के एक विवादास्पद नेता है। टाइटलर पर १९८४ में सिख विरोधी दंगे फैलाने का आरोप है। भारी दबाव के बीच कांग्रेस पार्टी ने २००९ के आम चुनावों में उनसे उम्मीदवारी वापस ले ली है। हालांकि वे कई बार केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। वे कांग्रेस के शासनकाल में अप्रवासी मामलों के राज्यमंत्री रहे हैं, सिख दंगों में शामिल होने के सबूत मिलने के बाद उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था। हालांकि उन्हें दंगों में अपनी भूमिका से इंकार करते रहे हैं। 2009 के आमचुनाव से ठीक पहले सीबीआई ने उन्हें अपनी रिपोर्ट में क्लीन चिट दे दी, पत्रकार जरनैल सिंह द्वारा गृहमंत्री पी चिदंबरम पर जूता उछालने के बाद कांग्रेस ने आनन-फानन में टाइटलर की उम्मीदवारी वापस लेने की घोषणा की। इसके साथ ही, सिख दंगों के एक और आरोपी सज्जन कुमार का भी टिकट कट गया। ये दोनों ही व्यक्ति अब 2009 के आमचुनाव में उम्मीदवार नहीं होंगे। टाइटलर ने कहा कि वो चुनाव लड़कर पार्टी को शर्मिन्दा नहीं करना चाहते हैं। इससे राजनीतिक और सामाजिक समरसता को नुकसान हो रहा है। टाइटलर ने साफ किया कि वो इस संबंध में फ़ैसला पार्टी अध्यक्ष के हाथ में छोड़ रहे हैं और पार्टी नेतृत्व ने फ़ैसला किया कि वो अब पार्टी के उम्मीदवार नहीं होंगे। हालांकि टाइटलर ने कहना था कि एनडीए के शासनकाल में अकाली दल भी सत्ता में थी और इस दौरान भी कोर्ट से उन्हें बरी किया गया था। टाइटलर ने कहा कि उनके ख़िलाफ़ कोई केस नहीं है और सिर्फ़ एक हलफ़नामे में उनका नाम लिया गया है जिसकी जांच चल रही है। टाइटलर पर 1984 के सिख विरोधी दंगों में शामिल होने का आरोप था और पिछले दिनों सीबीआई ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी। इस संबंध में कोर्ट को सुनवाई 28 अप्रैल तक के लिए टाल दी है। टाइटलर ने मीडिया पर भी कई आरोप लगाए. उनका कहना था कि 84 के दंगों में जो भी रिपोर्टें दाखिल हैं उसमें उनका नाम तक नहीं हैं लेकिन मीडिया ने ऐसा प्रचार किया कि वो. उन्होंने कहा कि ऐसा पूरी दुनिया में ऐसा दुष्प्रचार किया गया है। मुझे कोर्ट ने कई बार बरी किया लेकिन मीडिया से मुझे कभी दोषमुक्त नहीं किया। आरंभिक जीवन टाइटलर का जन्म गुजरांवाला, पाकिस्तान में हुआ। वे एक हिंदु पिता और सिख माता की संतान हैं। भारत-पाकिस्तान विभाजन के दौरान उनके पिता की मौत हो गई। ऐसा कहा जाता है कि विभाजन के बाद दिल्ली पहुंचने पर उनकी माता की भी मौत हो गई। टाइटलर के सिर पर कई प्रमुख शिक्षाविदों का साया रहा। इनमें प्रमुख थे, जेम्स डगलस टाइटलर. डगलस ने दिल्ली पब्लिक स्कूल और द सम्मर फील्ड स्कूल जैसे कई शिक्षण संस्थानों की स्थापना की। डगलस ने उन्हें ईसाई धर्म में परिवर्तित कराया और उन्होंने अपने नाम के साथ टाइटलर जोड़ लिया। टाइटलर कांग्रेस के युवा संगठन में सक्रिय हो गए और संजय गांधी के शिष्य के रूप में काम करने लगे। 1980 में वे लोकसभा के सदस्य चुने गए। उन्होंने नागर विमानन मंत्रालय में केंद्रीय मंत्री के तौर पर कार्य किया। फिर वे श्रम विभाग में भी सेवा दी। 1991 में वे फिर लोकसभा सदस्य चुने गए और सड़क परिवहन राज्य मंत्री के तौर पर कार्य किया। 2004 में वे फिर लोकसभा सदस्य चुने गए। 1984 के सिख दंगे 1984 के सिख दंगों की जांच के लिए भारत सरकार ने नानावटी आयोग का गठन किया। आयोग

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Cong listens to sole - Tytler and Sajjan eased out The Telegraph - April 10. 2009. quote(final para): "He was later brought up by educationist Rev. James Douglas Tytler, the founder of Delhi Public School and several other schools, and converted to Christianity."