गोम्पा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
भारत के लद्दाख़ क्षेत्र में लेह के पास स्थित ठिकसे गोम्पा
लकिर दगोन पा (लद्दाख)

गोम्पा या गोम्बा या गोन्पा (तिब्बती: དགོན་པ། / दगोन पा ; अर्थ- 'एकान्त स्थान' ) तिब्बती शैली में बने एक प्रकार के बौद्ध-मठ के भवन या भवनों को कहते हैं। तिब्बत, भूटान, नेपाल और उत्तर भारत के लद्दाख़, हिमाचल प्रदेश, सिक्किमअरुणाचल प्रदेश क्षेत्रों में यह कई स्थानों में मिलते हैं। भिक्षुओं की सुरक्षा के लिए मज़बूत दिवारों और द्वारों से घिरे यह भवन साधना, पूजा, धार्मिक शिक्षा और भिक्षुओं के निवास के स्थान होते हैं। इनका निर्माण अक्सर एक ज्यामीतीय धार्मिक मण्डल के आधार पर होता है जिसके केन्द्र में बुद्ध की मूर्ति या उन्हें दर्शाने वाली थांका चित्रकला होती है।[1] गोम्पा अक्सर किसी शहर या बस्ती के पास किसी बुलन्द पहाड़ या चट्टान पर बनाए जाते हैं।[2]

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Ladakh Through the Ages: Towards a New Identity, Shridhar Kaul, Hriday Nath Kaul, pp. 41, Indus Publishing, 1992, ISBN 9788185182759, ... The gompas or monasteries housing a considerable number of lamas or monks are centres of learning, culture and spirituality and are institutions of paramount importance in Ladakh ...
  2. Settlements Of The Indus River, Rob Bowden, pp. 27, Heinemann-Raintree Library, 2004, ISBN 9781403457189, ... Dotted along the upper reaches of the Indus as it passes through Ladakh are several Buddhist monasteries known as gompas. Gompas are normally built on high ground, overlooking the river valleys below ...