ऊर्मिका

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एक-फेजी प्रत्यावर्ती धारा को दिष्टधारा में बदलकर उसे संधारित्र लगाकर फिल्टर करने के बाद भी यह डीसी ऊर्मिका से रहित नहीं है।

विद्युत के सन्दर्भ में ऊर्मिका या रिपिल (ripple) का अर्थ है - किसी पॉवर सप्लाई से प्राप्त डीसी आउटपुट में विद्यमान अवांछित एसी सिगनल।

हम जानते हैं कि प्रायः एसी को ऋजुकृत करके डीसी बनाते हैं। इस 'डीसी' में एसी की मात्रा (अर्थात ऊर्मिका) अधिक होती है जिसको कम करने के लिये इसको लो-पास फिल्टर (जैसे L-C फिल्टर) से गुजारते हैं। फिल्टरिंग से ऊर्मिका की मात्रा कम हो जाती है किन्तु बिल्कुल शून्य नहीं हो पाती। ऊर्मिका की मात्रा को 'रिपिल फैक्टर' से मापते हैं।

रिपिल फैक्टर = सिगनल में उपस्थित एसी का आरएमएस मान / सिगनल का डीसी मान

प्रायः रिपिल फैक्टर का मान जितना ही कम होता है, लोड की दृष्टि से उतना ही अच्छा होता है। किन्तु ऊर्मिका को कम करने के लिये लगायी जाने वाली अतिरिक्त सर्किट के रूप में इसका मूल्य चुकाना पड़ता है। यह एक ऐसी विद्युत परिपत् होता है

इन्हें भी देखें[संपादित करें]