रजत जयंती

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रजत जयंती का प्रयोग पच्चीसवीं जयंती अथवा पच्चीसवीं वर्षगाँठ के लिये किया जाता है। उदाहरण के लिये यदि भारत देश 15 अगस्त 1947 को स्वतन्त्र हुआ तो 15 अगस्त 1972 को स्वतंत्रता प्राप्ति की रजत जयंती होगी। ध्यान देने की बात ये भी है कि इसी उदाहरण मे 15 अगस्त 1972 भारत का छब्बीसवां स्वतंत्रता दिवस होगा। चूंकि जयंती घटना के एक साल बाद से प्रारम्भ होती है इसलिये ये घटना की वास्तविक सँख्या से एक कम चलती है। अंग्रेजी भाषा मे रजत जयंती के लिये सिल्वर जुबली (en:Silver Jubilee) शब्द का प्रयोग होता है।

रजत जयंती वर्ष[संपादित करें]

घटना की चौबीसवीं वर्षगाँठ के दिन से लेकर रजत जयंती तक चलने वाले एक वर्ष को रजत जयंती वर्ष कहा जाता है। अधिकतर समूह या संगठन जो किसी घटना का रजत जयंती वर्ष मना रहे होते हैं, वो इस पूरे वर्ष कोई न कोई आयोजन अथवा समारोह करते रहते हैं जो कि अंत मे रजत जयंती के दिन सम्पन्न होते हैं। घटना की चौबीसवीं वर्षगाँठ के दिन से लेकर रजत जयंती तक चलने वाले एक वर्ष को रजत जयंती वर्ष कहा जाता है। अधिकतर समूह या संगठन जो किसी घटना का रजत जयंती वर्ष मना रहे होते हैं, वो इस पूरे वर्ष कोई न कोई आयोजन अथवा समारोह करते रहते हैं जो कि अंत मे रजत जयंती के दिन सम्पन्न होते हैं। नवजीवन विद्यालय ससबहना, शेखपुरा (बिहार) की स्थापना जनवरी 1994 को हुआ। 2018वें वर्ष को रजत जयंती वर्ष के रूप में मनाया गया। 27 जनवरी 2019 को रजत जयंती समारोह मनाया जा रहा है।

ये भी देखें[संपादित करें]