जिब्राल्टर 2

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निएंडरथल खोपड़ी

जिब्राल्टर 2 (अंग्रेज़ी: Gibraltar 2), जिसे डेविल्स टॉवर चाइल्ड (अंग्रेज़ी: Devil's Tower Child) के रूप में भी जाना जाता है, एक मादा निअंडरथल बच्चे की खोपड़ी के पाँच अवशेषों को दिया संयुक्त शीर्षक है। इनकी ख़ोज ब्रिटिश प्रवासी शासित प्रदेश जिब्राल्टर में हुई थी। जीवाश्म की ख़ोज वर्ष 1926 में डोरोथी जर्रोड द्वारा जिब्राल्टर में स्थित डेविल्स टॉवर माउसटेरियन रॉक शेल्टर में हुई थी। यह जिब्राल्टर की भूमि में पाई गई ऐसी दूसरी खोपड़ी थी। जिब्राल्टर 1, जिसकी ख़ोज जिब्राल्टर में वर्ष 1848 में हुई थी, निएंडरथल अवशेषों के इतिहास में पहली पूर्ण मानव खोपड़ी थी, परन्तु इसे अपनी यह विशेष उपाधि बीसवी शताब्दी के शुरुआत तक नहीं मील पाई थी।[1][2] इकीसवी शताब्दी के शुरुआत में जिब्राल्टर 2 का पुनर्निर्माण हुआ था जिसमें उसकी संरचना में सुधार किए गए थे। जिब्राल्टर में लगातार जारी रही खुदाई और 2006 में जिब्राल्टर की गुफा में पाए गए चारकोल की रेडियोकार्बन डेटिंग से यह परिणाम मिलते हैं कि जिब्राल्टर आखिरी जीवित निएंडरथल मानवो का आश्रय स्थल था।[3]

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. "A historical event". 7 Days - Gibraltar's Free Weekly Newspaper. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2012.[मृत कड़ियाँ]
  2. (वीर गडरिया) पाल बघेल धनगर
  3. Rincon, Paul (13 सितम्बर 2006). "Neanderthals' 'last rock refuge'". BBC News. मूल से 10 अक्तूबर 2018 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 22 दिसम्बर 2012.

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]